हंसराज का आठ साल का बेटा हर्षल उस खौफनाक रात का गवाह बना. उसके बयान ने पुलिस के सामने पूरी कहानी खोल दी. उसने बताया कि उस रात पापा, मम्मी और अंकल जितेंद्र ने शराब पी थी. मम्मी ने दो पैग लिए थे, पापा और अंकल ज्यादा पी गए. फिर पापा ने मम्मी को मारना शुरू किया. अंकल ने मम्मी को बचाया. मम्मी ने हमें तीनों बच्चों को सुला दिया. हर्षल ने बताया कि रात में जब नींद टूटी तो देखा कि पापा बेड पर पड़े थे.

