Ground Report: दर्दिस्तान…गुरेज में बसा कश्मीर का इलाका, उसका अनसुना ‘दर्द’ और भुला दी गई दास्तान!

बीतते वक्त की गंध! श्रीनगर से जैसे-जैसे उत्तर की तरफ बढ़ें, एक खास गंध लपककर हाथ थाम लेगी और साथ चल पड़ेगी. एक उम्र जितने पुराने लकड़ी के घरों से आती ये महक ‘दर्द शिना’ की पहचान है! पाकिस्तानी कबीलाइयों का आतंक झेलकर भी साबुत बचा रहा समुदाय अब वक्त की दीमक के हवाले है. देवदारी काठ के घरों की जगह सीमेंट के होटल. और ठहराव से घुलमिल होती आपाधापी. कश्मीर की ये सबसे पुरानी ट्राइब थमने और बढ़ने के बीच अटकी हुई है.  

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