बिहार में राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में तृणमूल कांग्रेस ने ममता या अभिषेक बनर्जी के बजाय युसूफ पठान और ललितेश तिवारी को भेजकर साफ संदेश दिया कि पार्टी गठबंधन में रहते हुए भी अपनी स्वतंत्र स्थिति बनाए रखना चाहती है. टीएमसी को डर है कि राहुल के साथ मंच साझा करने से बंगाल में उसका वोट बैंक प्रभावित हो सकता है, खासकर जब अगले साल वहां विधानसभा चुनाव होने हैं और पार्टी ने पहले ही अकेले लड़ने का ऐलान कर रखा है.