नेपाल आज एक चौराहे पर खड़ा है. माओवादी क्रांति का अधूरापन, लोकतंत्र की अस्थिरता और राजशाही की वापसी की मांग के बीच अब नेपाली राष्ट्र के युवा एक बार फिर बदलाव का सपना लेकर सड़क पर आए हैं और पीएम के पी शर्मा ओली के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. नेपाल में क्रांति की पुकार इस देश के अतीत के हैंगओवर का हिस्सा हैं. जनता की निराशा और युवाओं का आक्रोश एक नई दिशा की मांग कर रहा है, लेकिन सवाल यह है कि क्या नेपाल इस चक्रव्यूह से निकल पाएगा.

