सूबेदार रफीकुल ने अपने भाई शहीद झंटू अली शेख के पदचिन्हों पर चलने की इच्छा जाहिर की. उन्होंने कहा कि मैं अपने भाई के बेटे और बेटी को भारतीय सेना में भेजने का प्रयास करूंगा. मेरे लिए पहले देश है और फिर परिवार. मेरा कर्तव्य पहले देश के प्रति है. मैं देश सेवा को ही पहली प्राथमिकता दूंगा.

