अरविंद केजरीवाल ने छात्रों को राजनीति से जोड़ने के लिए ASAP (एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स) नाम से नई पहल की है, लेकिन ये भी पुराने वादों की नई पैकेजिंग ही लगती है. दिल्ली विधानसभा चुनाव हारने के बाद केजरीवाल ने दिल्ली में पहला कार्यक्रम संबोधित किया, वह भी ऐसे समय में जब आप के 15 पार्षदों ने इस्तीफा देकर नई पार्टी खड़ी कर ली है.