यूक्रेन की तरफ से ये हमले ऐसे वक्त में किए गए हैं, जब वह रूस के साथ जंग के चौथे साल में है. यह वॉर के हाई पॉइंट्स में से एक है और 2 जून को इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता के दूसरे दौर से ठीक पहले इन्हें अंजाम दिया गया है. 16 मई को पहले दौर में दोनों पक्षों के बीच कैदियों की सबसे बड़ी अदला-बदली हुई थी.