वो जरीवाला थी, जो 2002 में टैटू बना रही थी, क्लब जा रही थी, गीत गा रही थी और लड़कों की आंखों में आंखें डालकर उनसे द्वंद्व को तैयार थी. जरीवाला ऐसी ही थी- विलक्षण, अल्हड़, उद्धत, आजाद ख्याल, अलहदा, अनकन्वेन्शनल.
वो जरीवाला थी, जो 2002 में टैटू बना रही थी, क्लब जा रही थी, गीत गा रही थी और लड़कों की आंखों में आंखें डालकर उनसे द्वंद्व को तैयार थी. जरीवाला ऐसी ही थी- विलक्षण, अल्हड़, उद्धत, आजाद ख्याल, अलहदा, अनकन्वेन्शनल.