कोल्हापुरी चप्पलों का इतिहास 13वीं शताब्दी से जुड़ा है. पहली बार महाराष्ट्र के साहू और चोपड़े परिवारों ने इन चप्पलों को बनाया था. इन परिवारों का संबंध कोल्हापुर क्षेत्र के ऐतिहासिक चर्मशिल्पकार समुदाय से है. छत्रपति शाहू महाराज (1874-1922) ने अपने शासनकाल में कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहित किया और उन्हीं के शासनकाल में ये चप्पलें दरबारी वस्त्रों के रूप में इस्तेमाल होने लगीं.