अनुष्का खुद को डॉक्टर बताकर बिना नाम, डिग्री और रजिस्ट्रेशन नंबर के ‘घोस्ट सर्जन’ की तरह इलाज कर रही थीं. परिजनों का दावा है कि इंजीनियरों को जो दवा के पर्चे दिए गए, उनमें न डॉक्टर का नाम था, न रजिस्ट्रेशन नंबर और न ही किसी डिग्री का जिक्र. 18 नवंबर को मयंक कटियार की हेयर ट्रांसप्लांट के एक दिन बाद मौत हो गई, तो डॉक्टर अनुष्का ने अपने क्लीनिक का नाम और ठिकाना तक बदल दिया.

